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Saturday, February 12, 2011

reenakari: संगर्ष सी जिंदगी

reenakari: संगर्ष सी जिंदगी: "संगर्ष सी जिंदगी , एक पल में बदलती , कभी बादल जो बरसतें रहे , कभी रेगिस्तान जो तरसता रहे , कभी पानी की बूंद बने , ...कभी सागर का रूप धरे , ..."

संगर्ष सी जिंदगी


संगर्ष सी जिंदगी ,
एक पल में बदलती ,
कभी बादल जो बरसतें रहे ,
कभी रेगिस्तान जो तरसता रहे ,
कभी पानी की बूंद बने ,
...
कभी सागर का रूप धरे ,
क्या पहेचान होगी ,
संगर्ष सी जिंदगी ,
बस हेरान सी ,
गुज़र रही है अनजान सी ,
संगर्ष सी जिंदगी ,
समेटे खवाबो को ,
कभी नदिया सी बहेती,
कभी झील सी जिंदगी ,
संगर्ष सी जिंदगी ,

reenakari: कभी

reenakari: कभी: "कभी मैं उदास भी , तो कभी में महफ़िल भी , कभी में गुप अधेरा , तो कभी मैं तेज सवेरा भी , कभी मैं मुलाकात , तो कभी मैं&n..."

reenakari: कभी

reenakari: कभी: "कभी मैं उदास भी , तो कभी में महफ़िल भी , कभी में गुप अधेरा , तो कभी मैं तेज सवेरा भी , कभी मैं मुलाकात , तो कभी मैं&n..."

कभी

कभी मैं उदास  भी ,
तो कभी में महफ़िल भी ,
कभी में गुप  अधेरा ,
तो कभी मैं तेज सवेरा भी ,
कभी मैं  मुलाकात  ,
तो कभी मैं  तन्हाई  भी ,
कभी मैं  तेरा दीदार,
तो कभी मैं प्यार भी ,
कभी मैं ये ,
तो कभी मैं वो ,
पर जो हरदम हु मैं ,
तो उसे कैसे बयान करू ,
किस कदर कोई मुझ में ,
हरदम ,
कभी मैं  इसको कैसे लिख सकू ,
है ऐसी स्याही ,
जिसको कभी मैं ,
पन्नो पर न उकेर सकू ,
हु मैं हरदम वो जिसको  ,
कभी बयान ना कर  सकू ,

 

Thursday, February 10, 2011

reenakari: हम आखे नही मुदेगे ,

reenakari: हम आखे नही मुदेगे ,: "मंजिल ने दस्तक दी हैं , करीब हैं कुछ संकेत मिले हैं , जिनको हम छुवे हैं , कल समय तुम्हारा था , जो चाह कर लिया , आज बारी हमारी हैं , मोका मिल..."

हम आखे नही मुदेगे ,

मंजिल ने दस्तक दी हैं ,
करीब हैं कुछ संकेत मिले हैं ,
जिनको हम छुवे हैं ,
कल समय तुम्हारा था ,
जो चाह कर लिया ,
आज बारी हमारी हैं ,
मोका मिला जो उसको कैसे जाने देगे ,
की थी मुलाकात हमसे उसको कैसे भुलादे ,
मुदद्तो के बाद आया है ,मोका
कहो उसको कैसे गवा देगे ,
कुछ क़र्ज़ हम पर दुनिया के ,
जिनको लोटाये बिना हम आखे नही मुदेगे ,

Wednesday, February 9, 2011

reenakari: टीम इंडिया हुई लाल ,

reenakari: टीम इंडिया हुई लाल ,: "टीम इंडिया हुई लाल , आब देखेगे लाल का कमाल , इसको देखते ही अपने स्कूल के देनो की याद आती है , जब रिपोर्ट कार्ड में ,लाल का कमाल देखते ही स..."

टीम इंडिया हुई लाल ,

टीम इंडिया हुई लाल ,
आब देखेगे लाल का कमाल ,



इसको देखते ही अपने स्कूल के देनो की याद आती है ,
जब रिपोर्ट कार्ड में ,लाल का कमाल देखते ही सुब भड़क जाते थे ,और आज टीम इंडिया को लाल कर देय अब क्या  कमाल  होगा ...?,ये तो समय ही तये करेगा ,चलो लाल के कमाल का यहाँ कोई और अर्थ लगा लो ...जो भी हो पर कुछ ठीक भी नही कहा जा सकता ,कुछ जोश कहो तो कहो वर्ल्ड कप है तो सवाभाविक है उतसाह होगा ,जोश होगा ,...पर एक और चीज़ जो होनी चाहिए वो भी जरुरी लगती है ,कैप्टेन को अपना व्यहवार चैक करना चाहिय ,
जीत को काम आएगा


,
'चले हैं फ्हते के इरादे से तो मुश्किले तो रहा में होगी

सवाल ये नही,
सवाल तो मिलकर मुकाबला करने का है ,
एक दुसरे की होसला आफजाई ,और तारीफ का है ,

लाल का कमाल देखा दो ,
इसका अर्थ बदल कर देखा दो ,
कर सको कुछ कमाल तो ,
फह्त्ये कर के देखा दो ,

चलो देखते हैं इस बार का मोका मिला जा उससे इंडिया टीम कैसे लेती है ,कई चीजों में वर्ल्ड टीम में इंडिया टीम आगे देखती है ,पर क्या कहा जाये ?
ये तो अब कहेना मुस्किल होगया ,राजनीती का रंग अब संग दीखता है ,
कही कोई 2-g ,आदर्श , cwg आदि  घोटाले और इसरो भी न बचा इससे ...कही अब बारी  ..लाल के कमाल की न पड़े ,
रंग बदलना कही भारी ना पड़े ,कही मेरे स्कूल का लाल कमाल मेरी टीम इंडिया पर न पड़े ,
...?

टीम इंडिया हुई लाल ,

टीम इंडिया हुई लाल ,
आब देखेगे लाल का कमाल ,



इसको देखते ही अपने स्कूल के देनो की याद आती है ,
जब रिपोर्ट कार्ड में ,लाल का कमाल देखते ही सुब भड़क जाते थे ,और आज टीम इंडिया को लाल कर देय अब क्या  कमाल  होगा ...?,ये तो समय ही तये करेगा ,चलो लाल के कमाल का यहाँ कोई और अर्थ लगा लो ...जो भी हो पर कुछ ठीक भी नही कहा जा सकता ,कुछ जोश कहो तो कहो वर्ल्ड कप है तो सवाभाविक है उतसाह होगा ,जोश होगा ,...पर एक और चीज़ जो होनी चाहिए वो भी जरुरी लगती है ,कैप्टेन को अपना व्यहवार चैक करना चाहिय ,
जीत को काम आएगा


,
'चले हैं फ्हते के इरादे से तो मुश्किले तो रहा में होगी

सवाल ये नही,
सवाल तो मिलकर मुकाबला करने का है ,
एक दुसरे की होसला आफजाई ,और तारीफ का है ,

लाल का कमाल देखा दो ,
इसका अर्थ बदल कर देखा दो ,
कर सको कुछ कमाल तो ,
फह्त्ये कर के देखा दो ,

चलो देखते हैं इस बार का मोका मिला जा उससे इंडिया टीम कैसे लेती है ,कई चीजों में वर्ल्ड टीम में इंडिया टीम आगे देखती है ,पर क्या कहा जाये ?
ये तो अब कहेना मुस्किल होगया ,राजनीती का रंग अब संग दीखता है ,
कही कोई 2-g ,आदर्श , cwg आदि  घोटाले और इसरो भी न बचा इससे ...कही अब बारी  ..लाल के कमाल की न पड़े ,
रंग बदलना कही भारी ना पड़े ,कही मेरे स्कूल का लाल कमाल मेरी टीम इंडिया पर न पड़े ,
...?

Saturday, February 5, 2011

reenakari: एक पल में गवा के आये

reenakari: एक पल में गवा के आये: "कभी तो पल भी मुश्किल था गुजारना , आज इस द्हेलिज पर आये , जाने कोन वक़्त में बीत गया वो सफ़र , रास्ते का कुछ याद न आये , आखे मुंदी थी एक अरस..."

एक पल में गवा के आये


कभी तो पल भी मुश्किल था गुजारना ,
आज इस द्हेलिज पर आये ,
जाने कोन वक़्त में बीत गया वो सफ़र ,
रास्ते का कुछ याद न आये ,
आखे मुंदी थी एक अरसे पहेले,
...
खुली तो एक नई दुनिया को पाया ,
सब कुछ अनजाना सा लगता है ,
जन्मो का सफ़र तय कर कर पाए थे जिसे ,
उसे एक पल में गवा के आये ,
पूछे तो कोई बता देना हम अपनी किस्मत से मात खा कर आये

Friday, February 4, 2011

reenakari: अरे सुषमा जी

reenakari: अरे सुषमा जी: "अरे सुषमा जी देश में शांति ,अछी नही लगती क्या ? झंडा फ्हेराना शांति से जयादा है ,झंडे का मान तभी होगा जब देश में शांति होगी ,,, '''माँ ..."

अरे सुषमा जी


अरे सुषमा जी देश में शांति ,अछी नही लगती क्या ?


झंडा फ्हेराना शांति से जयादा है ,झंडे का मान तभी होगा जब देश में शांति होगी ,,,


'''माँ बहेनो ने कायर जने है '''


तो आप माँ ,बहेन नही हो क्या ? भारत की सभ्यता ,संस्कृति का अपना महत्व है ,,


ऐसी बाणी बोलिए जो सबको अच्छी लागे ,,,


क्या सारी कायरता जम्मू कश्मीर जा कर दूर होगी वहा झडा फ्हेरा कर ,


पर जो देशद्र्हो ,भर्ष्टाचार ,घोटाले के मामले आये दिन खुल रहे हैं ,उनके लिये आप कुछ जनि है या नही ?


जो मिला है उससे तो शम्भाल लो ,कश्मीर कश्मीर ..कर के आग मत लगाओ ,कभी बाबरी मजिद,पर रोटी सेकना कभी किसी मूदे पर ..बाबरी में इंधन ख़तम होगया तो अब कश्मीर में जान फूको ,,,पर देश के झंडे का मान तभी होगा जब शांति और अमन बना रहेगा ,


और भ्रह्ष्टाचार ,काले धन ,आदि का पर्दा फाश होगा और दोषियों को सजा मेले गी ,


सरकार रोक रही है ,मान लो तो क्या ..?


जब कारगिल में जवान शहीद हुवे ,मुंबई ,ताज ,मालेगाव ,आदि हादसे हुवे और हादसों में शिकार लोगो को एक एक झंडा पकड़ा दिया होता ....????क्या पता इससे बदल जाता कुछ अच्छा होजाता ,,


तो झंडा ले कर पहुच जाया करो हर हादसे के बाद ,,मैडम जी झंडे का मान जरुरी है वो ही देश प्रेम है ...,झंडे की शान को बने रहेने दो ,,,ऐसे कापते हाथो से झंडे को मत उठाओ जिससे उसके अपमानित होने का भय बना रहे ,,,,.

reenakari: thdz

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Wednesday, February 2, 2011

हुनर

अपने गमो को छुपाना एक हुनर होता है ,
ये बोल कर मेरे अपनों ने गमो का तोफा दिया है ,
फिर छुपाने की गुज़ारिश कर ,
उसे हुनर का नाम दिया है ,
ऐसे अपनों से कितना सिखा हमने ,
दस्ता - ए -जिंदगी में क्या बयां करू ,
भूल गया अब मैं कुछ भी बयान  करना ,
अब बस एक ही हुनर को पाला है ,
जिसे मेरे अपनों ने मुझे सिखाया है ,